या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकराया श्वेतपद्मासना ।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता,सामां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता,सामां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ।
राजपूत एलीमेंट्री पब्लिक स्कूल का शुभारम्भ 2 अप्रैल 2012 को क्षेत्र के नौनिहालों के चहुमुखी विकास के लिए हुआ । इस विद्यालय का मुख्य ध्येय विद्यार्थियों को पुस्तकीय शिक्षा के साथ - साथ एक ऐसा परिवेश देना है, जिससे की विद्यार्थी भविष्य में क्षेत्र , राज्य एवं देश की उन्नति में सहायक हो सकें तथा एक कुशल नागरिक बन सकें ,साथ ही विद्यालय का लक्ष्य क्षेत्र को एक ऐसी शिक्षा व्यवस्था देना है, जो की निर्धन व सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान कर सके ।
"शिक्षार्थ आइये , सेवार्थ जाइये."